इस त्योहारी सीजन में चीनी निर्यात नहीं करेगा भारत, चीनी मिलों पर सरकार की पेनी नजर
भारत इस त्योहारी सीजन में दुनिया को चीनी निर्यात नहीं करेगा। सरकार ने इस सीजन में चीनी निर्यात की मंजूरी देने से साफ इनकार कर दिया है।
घरेलू बाजार में उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने चीनी एक्सपर्ट पर प्रतिबंध को जारी रखा है। साथ ही, ऑर्गेनिक शुगर को भी इस प्रतिबंध के दायरे में लाया गया है।
सरकार ने अक्टूबर में समाप्त होने वाले मौजूदा 2023-24 सीजन में चीनी निर्यात की मंजूरी देने की संभावना से सोमवार को इनकार कर दिया। वर्तमान में चीनी के निर्यात पर अनिश्चित समय तक के लिए प्रतिबंध लगा हुआ है।
हालांकि, भारतीय चीनी मिल संघ (ISMA) ने सरकार से 2023-24 सीजन में 10 लाख टन चीनी के निर्यात की मंजूरी देने का अनुरोध किया है। उसको सीजन के समापन तक पर्याप्त भंडार होने की उम्मीद है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया से कहा, फिलहाल, सरकार चीनी निर्यात (Sugar Export) पर विचार नहीं कर रही है।
हालांकि, उद्योग ने इसका अनुरोध किया है। देश का चीनी उत्पादन चालू 2023-24 सीजन में मार्च तक 3 करोड़ टन को पार कर गया था।
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इस्मा ने 2023-24 सीजन के लिए शुद्ध चीनी उत्पादन अनुमान को संशोधित कर 3.2 करोड़ टन कर दिया है। सरकार ने चीनी उत्पादन 3.15-3.2 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया है।
बतादें, कि इसी कड़ी में सरकार चीनी मिलों को इस वर्ष एथेनॉल उत्पादन के लिए बी-हैवी श्रेणी के शीरा के अलावा भंडारण का उपयोग करने की मंजूरी देने पर विचार कर रही है।
चीनी मिल की अधूरी जानकारी पर सरकार काफी सख्ती दिखा रही है। सरकार ने मिलों को चीनी डिस्पैच संबंधित पूरी जानकारी मुहैया कराने को कहा है।
GST, डिस्पैच डाटा और स्टॉक होल्डिंग में मिसमैच के मामले सामने आए हैं। इस पर सरकार मिलों को चीनी डिस्पैच संबंधित पूरी जानकारी मुहैया कराने को कहा है।